पेट दर्द की समस्या
पेट दर्द अथवा उदरीय दर्द, क्षणिक बीमारी अथवा गंभीर बीमारी का एक लक्षण हो शकता है। पेट दर्द के कारण से एक निश्चित निदान करना कठिन हो सकता है, क्योंकि कई बीमारियों में ये लक्षण देखा जा शकता है। पेट दर्द एक आम समस्या है। पेट दर्द में सबसे अक्सर कारण सौम्य और / या आत्म - सीमित है, लेकिन और अधिक गंभीर कारण के अन्दर तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता हो सकती है
- जठरांत्रिय
- ज्वालाग्राही: आंत्रशोथ, आंत्रपुच्छकोप, पेट में सुजन, ग्रासनलीशोथ, विपुटीशोथ,crohn के रोग, सव्रण बृहदांत्रशोथ, सूक्ष्म बृहदांत्रशोथ
- रुकावट: हर्निया, आंत्रावरोध, वोल्वुलुस, शल्य चिकित्सा के बाद के जुडाव, रसौली, उपरवाली मेसेंत्रिक धमनी के विकार गंभीर कब्ज, बवासीर
- रक्त कोष्ठक संबंधी : अन्त: शल्यता, घनास्त्रता, खून का बहना, दरांती सेल रोग, उदर के दर्द, रक्त धमनी दबाव जैसे की सेलिअक धमनी दबाव सिंड्रोम, स्थितिज ऑर्थोस्टैटिक तीव्र हृदय स्पंदन दर
- पाचन सम्बन्धी : उदर व्रण, लैक्टोज असहिष्णुता, सीलिएक रोग, खाद्य एलर्जी
- पित्त प्रणाली
- भड़काऊ: पित्ताशय की सुजन, पित्तवाहिनी शोथ
- रुकावट: पित्त पथरी और ट्यूमर
- यकृत
- भड़काऊ: हैपेटाइटिस, जिगर फोड़ा
- अग्नाशय
- भड़काऊ: अग्नाशय पे सुजन
- गुर्दे और मूत्र संबंधी बीमारियों
- सूजन: पाइलोनेफ्रिटिस अथवा वृक्कगोणिकाशोध और मूत्राशय के संक्रमण
- रुकावट: गुर्दे की पथरी, उरोलिथिअसिस अथवा पेशाब की पथरी बनना, मूत्र प्रतिधारण अथवा मूत्र की रुकावर ट्यूमर
- रक्त कोष्ठक संबंधी : बाईं वृक्क नस फंसाने
- स्त्रीरोगों या प्रसूति
- भड़काऊ: श्रोणि सूजन की बीमारी
- यांत्रिक: डिम्बग्रंथि का मरोड़ीदार होना
- चयापचय गड़बड़ी
- युरीमिया, मधुमेह कीटोअम्लमयता, पोरफ़ीरिया;, सी १ - एस्तारेज अवरोध करनेवाले की कमी, अधिवृक्क कमी, सीसा विषाक्तता, काली विधवा मकड़ी के काटने से, मादक ता से वापसी
- रक्त वाहिकाओं
- महाधमनी विच्छेदन, उदर सम्बन्धी महाधमनी धमनीविस्फार
- प्रतिरक्षा तंत्र
- सारकॉइडोसिस
- वाहिकाशोथ || किसी रक्तवाहिका का प्रदाह
- पारिवारिक भूमध्यसागरीय बुखार
- किसी अनजाने कारण से उत्पन्न दशा;
- चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (करीब २० % जनसँख्या चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम से प्रभावित है, आवर्तक आंतरायिक उदर के दर्द में चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम सबसे सामान्य कारण है)
- दर्दनाक: पेट, आंत, तिल्ली, जिगर अथवा गुर्दे पर कुंठित अभिघात अथवा वेधन चोट लगती है तो.
- शोथयुक्त|| प्रदाहक|| सूजन
- पित्ताशय पे सुजन, अग्नाशयशोथ, वृक्कगोणिका का प्रदाह, श्रोणि सूजन बीमारी, हैपेटाइटिस, ग्रंथिशोथ, या मध्य पट के निचे फोड़ा होना, ये सारे संक्रमण के प्रकार है।
- पेप्टिक अल्सर, गुप्तमार्ग या सीकुम में छिद्रण हो तो
- बृहदांत्रशोथ, प्रदाहक आंत्र रोग और क्रोह्न रोग या बड़ी आंत की प्रदाहक एवं व्रणग्रस्त अवस्था की जटिलताए और उपद्रव
- यांत्रिक || भौतिक
- लघु आंत्र की रुकावट या सूजन, पिछले सर्जरी के कारण आसंजन से, आंत्रावरोध, अंत्रवृद्धि;, सांघातिकता अथवा सौम्य गुल्म
- सूजन आंत्र रोग, मल कस कर भरना, अंतडिया और गुदाध्वार के कैंसर, हेर्निया, या वॉलन्यूलस के कारण बड़े आंत्र की रूकावट
- आमतौर पर ऊपर वाली आंत्रयोजनी धमनी में थ्रोमबोइम्बोलिज़्म के कारण आंत्र में खून और ओक्सिजन कम पहोंचता है। उसको अवरोधी अथवा बंद करने से संबंधित आंत्र इस्चेमिया कहते है।
तीव्र पेट दर्द
तीव्र उदर की परिभाषा ये है की, किसी कारण से भयंकर, लगातार पेट दर्द रहे, अचानक पेट में दर्द हो तो ऐसे कारण के इलाज लिए सर्जिकल हस्तक्षेप किया जा सकता है। मतली और उल्टी, पेट का फैलाव, उदार का फुलाव, बुखार और, आघात ये सारे लक्षण पेट दर्द के संकेत के साथ जुड़े होते है। तीव्र पेट दर्द का सबसे सामान्य कारण है तीव्र उपान्त्र शोथ, जिसके अन्दर श्लेष्मा अथवा मल जमा होनेसे वो सख्त हो जाता है और उस के मुख को बंध कर देता है।
तीव्र पेट के कारण चयनित
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